Weather Forecast: जलवायु परिवर्तन का असर, इस साल टूट सकता है गर्मी का 125 साल पुराना रिकॉर्ड
ग्लोबल वार्मिंग के कारण इस साल 125 साल की सबसे भीषण गर्मी पड़ सकती है, क्योंकि ला नीना की ठंडक भी कमजोर हो रही है, वैज्ञानिकों ने चेताया।

Weather Forecast: देशभर में इस बार भीषण गर्मी पड़ने की आशंका है और यह 125 साल का रिकॉर्ड तोड़ सकती है। इसका सबसे बड़ा कारणजलवायु परिवर्तन (Climate Change) और ला नीना (La Nina) प्रभाव का कमजोर होना है। वैज्ञानिकों काभविष्य में भीषण गर्मी और लंबी लू की लहरें (Heatwaves) ला नीना के दौरान भी देखी जा सकती हैं।
गर्मी जल्द शुरू, तापमान रहेगा सामान्य से अधिक
भारत में इस साल सामान्य से अधिक तापमान रहने और गर्मी जल्दी शुरू होने की संभावना के बीच यह चिंता बढ़ रही है। आईआईटी बॉम्बे (IIT Bombay) और आईआईटी गांधीनगर (IIT Gandhinagar) के विशेषज्ञों काग्लोबल वार्मिंग (Global Warming) के कारण अब ला नीना भी ठंडक देने में सक्षम नहीं होगा।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, ला नीना प्रशांत महासागर (Pacific Ocean) में समुद्री तापमान को ठंडा कर कई हिस्सों में ठंडक बढ़ाता है, लेकिन जलवायु
क्यों नहीं देगा ला नीना राहत?
आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी गांधीनगर के वैज्ञानिकों के अनुसार, ग्लोबल टेम्परेचर लगातार बढ़ने से ला नीना भी भविष्य में गर्मी से राहत नहीं दिला पाएगा।
स्टडी के प्रमुख निष्कर्ष:
- 2024 में उष्णकटिबंधीय प्रशांत महासागर (Tropical Pacific Ocean) का ठंडा जल क्षेत्र कमजोर रहा।
- कुछ हिस्सों में पानी सामान्य से अधिक गर्म पाया गया, जिससे ला नीना का प्रभाव कम हुआ।
- आने वाले वर्षों में गर्मी की अवधि और बढ़ सकती है।
कैसे बदलेगा बारिश का पैटर्न?
वैज्ञानिकों का मानना है कि गर्मी लंबी चलेगी, जिससे बुजुर्गों और बच्चों के लिए जोखिम बढ़ सकता है।
- लू (Heatwaves) का प्रभाव लंबे समय तक जारी रहेगा।
- मानसून पर भी असर पड़ सकता है, जिससे बारिश के पैटर्न में बदलाव संभव है।
- मौसम विभाग के अनुसार, 2024 की गर्मियों में सबसे अधिक हीटवेव वाले दिन रिकॉर्ड किए गए, जो पिछले 14 वर्षों में सबसे ज्यादा हैं।
दिल्ली में तापमान 35 डिग्री तक पहुंचेगा
फरवरी 2024 भारत में 1901 के बाद से सबसे गर्म फरवरी थी। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि मार्च से ही तापमान सामान्य से अधिक रहेगा।
- गुजरात में होली से पहले ही हीटवेव शुरू हो गई।
- दिल्ली में दिन का तापमान 35 डिग्री तक पहुंच सकता है।
रविवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.4 डिग्री अधिक था। दिन में आर्द्रता 40% से 91% के बीच रही। न्यूनतम तापमान 13.5 डिग्री सेल्सियस था।
मौसम विभाग ने सोमवार को कोहरे की संभावना जताई है, जिससे अधिकतम और न्यूनतम तापमान 32 डिग्री और 15 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
क्या कहती है रिपोर्ट?
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (World Meteorological Organization – WMO) और यूरोपियन कोपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस (Copernicus Climate Change Service – C3S) के रिपोर्ट्स के विश्लेषण के आधार पर, वैज्ञानिकों का कहना है कि ला नीना अब पहले जैसा प्रभावी नहीं रहेगा। इसका मतलब है कि गर्मी का मौसम लंबा होगा और लू (Heatwaves) के मामले बढ़ेंगे।
ग्लोबल वॉर्मिंग और जलवायु परिवर्तन के कारण ला नीना का असर कमजोर हो रहा है, जिससे भविष्य में भीषण गर्मी और लंबे हीटवेव देखने को मिल सकते हैं। 2024 में गर्मी 125 साल का रिकॉर्ड तोड़ सकती है, जिससे मानसून और बारिश के पैटर्न पर भी असर पड़ने की संभावना है। दिल्ली समेत कई शहरों में तापमान सामान्य से अधिक बना रहेगा, जिससे लोगों को गर्मी से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतनी होगी।